गन्ना एवं शर्करा के प्रति इकाई क्षेत्र अधिक उत्पादन के उद्देश्य से कृषकों तथा कर्मचारियों के प्रशिक्षण अति आवश्यक मानते हुए कषकों के सीमित साधनों तथा उनकी सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें तथा गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग में कार्यरत प्रसार अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से गन्ना किसान संस्थान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, काशीपुर की स्थापना मार्च, 1980 में की गयी थी। 5 जुलाई, 1982 को इसके वर्तमान भवन का उद्घाटन मा0 श्री नारायण दत्त तिवारी, तत्कालीन उद्योग एवं इस्पात मंत्री, भारत सरकार ने किया था। संस्थान परिसर में प्रशासनिक भवन, छात्रावास, प्रेक्षागृह तथा अधिकारियों/कर्मचारियों के आवास की व्यवस्था है। उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना के बाद सितम्बर 2001 में विधिवत रूप से इस केन्द्र का हस्तान्तरण उत्तराखण्ड राज्य में हो गया । वर्तमान में इस केन्द्र के अन्तर्गत जनपद- नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार एवं देहरादून आते हैं । इन जनपदों में राज्य उपक्रम की 2, सहकारी क्षेत्र की 2 तथा निजी क्षेत्र की 3 चीनी मिलें कार्यरत हैं जो कि इस केन्द्र के कार्यक्षेत्र में आते हैं। इन चीनी मिलों के अन्तर्गत किच्छा, बाजपुर, नादेही, लक्सर, लिब्बरहेडी, इकबालपुर एवं डोईवाला गन्ना विकास जोन आते हैं। इस केन्द्र द्वारा विभागीय अधिकारियों/ कर्मचारियों के साथ-साथ जोन स्तर पर कृषक प्रशिक्षण, गांव स्तर पर सचल प्रशिक्षण, जोन/मुख्यालय स्तर पर किसान गोष्ठी तथां गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अतिरिक्त केन्द्र द्वारा राज्य के प्रगतिशील गन्ना कृषकों का प्रदेश तथा अन्य प्रदेशों की अध्ययन यात्रा का भी आयोजन किया जाता है।
गन्ना किसान संस्थान के उद्देश्य निम्नवत हैं-
1. विशिष्ट वैज्ञानिकों, विषय विशेषज्ञों द्वारा किसानों, कर्मचारियों/अधिकारियों का प्रशिक्षण
2. ग्रामीण स्तर पर कृषक गोष्ठियों का आयोजन
3. चीनी उत्पादन में बृद्धि हेतु चीनी मिलों में विशेष गोष्ठियों का आयोजन
4. प्रमुख अनुसन्धान केन्द्रों के शोध प्रक्षेत्रों की अध्ययन यात्राओं का आयोजन
5. प्रदेश व दूसरे प्रदेशों के प्रमुख कृषि एवं गन्ना अनुसन्धान केन्द्रों विश्वविद्यालयों, चीनी मिलों तथा प्रगतिशील गन्ना उत्पादन ग्रामों की अध्ययन यात्राओं का आयोजन
6. विदेशों के विभिन्न कृषि एवं गन्ना अनुसन्धान संस्थानों, विश्वविद्यालयों तथा समबिन्धत संस्थाओं की अध्ययन यात्राओं का आयोजन
7. कृषक प्रक्षेत्रों का निरीक्षण तथा कृषकों को उनके खेत पर सलाह
8. पत्राचार द्वारा गन्ना कृषकों को गन्ना उत्पादन सम्बन्धी समस्याओं का निदान
9. आकाशवाणी एवं दूरदर्शन आदि विभिन्न माध्यमों से गन्ना उत्पादन तकनीकी को कृषकों तक पहचाना
10. चित्र तथा चलचित्र द्वारा कृषकों कृषि उपयोगी जानकारी देना
11. कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी तथा मेलों में स्टाल के माध्यम से वैज्ञानिक गन्ना तकनीकी का प्रदर्शन एवं तकनीकी सलाह
12. गन्ना शोध, गन्ना विकास एवं गन्ना चीनी इकाईयों के समन्वय से कृषकों की समस्याओं का निदान
13. कृषि एवं गन्ना उत्पादन उपयोगी पत्र-पत्रिकाओं तथा पुस्तकों का प्रकाशन एवं वितरण
14. रोजगारपरक महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम
15. कम्प्यूटर प्रशिक्षण एवं इन्टरनेट के माध्यम से विश्व के विभिन्न देशों में गन्ना उत्पादन एवं विकास का अध्ययन
प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आमंत्रित वैज्ञानिकों/अतिथि वार्ताकारों से सम्बन्धित संस्थाओं की सूची -
1 उ0प्र0 गन्ना शोध परिषद, शाहजहाँपुर
2 हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार हरियाणा
3 राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर
4 सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ
5 उ0प्र0 गन्ना शोध केन्द्र, मुजफफरनगर
6 भारतीय गन्ना अनुसन्धान केन्द्र, लखनऊ
7 गो0ब0पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पन्तनगर
8 गन्ना अनुसन्धान केन्द्र, काशीपुर
9 राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन, अल्मोडा
10 क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान, हवलबाग, अल्मोडा
11 जिला प्रशासन/विभागीय अधिकारी